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Sunday, June 15, 2025

आवश्यकता है – दस हज़ार ज़िंदा, जागरूक और ज़िम्मेदार नागरिकों के संगठन की – अभिनव राजस्थान बनाने के लिए ।

ज़िंदा – जिनकी आँखों में ख़ुद पर विश्वास झलके (आत्मविश्वास) कि हाँ, हाँ यह कर लेंगे और करके रहेंगे ।

जागरूक – जो राजकाज में विषयों को समझते हों, क़ानून नियमों योजनाओं की कुछ मूल बातें समझते हों ।

ज़िम्मेदार – जो अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी निभाने को तैयार हों । ऊपरी हाँ न बोलें – दिल और आत्मा से, अपनी सुविधा से कुछ ज़िम्मेदारी ईमानदारी से निभायें ।

संगठन – ये लोग आपस में संगठित हों – एक सुर ताल लय में काम करें ।

दोस्तों, पिछले दस बरस से ऐसे नागरिकों की तलाश में हूँ । जैसे ही को हाँ भरता है, जोड़ लेता हूँ । बहुत टेढ़ा काम है, बहुत कठिन है ।

अगर इतने लोग संगठित नहीं हुए तो ? तो, अभिनव राजस्थान बनना नामुमकिन है । फिर यहाँ राज की अदला बदली चलती रहेगी – आप इसकी हार और उसकी जीत के चस्कारे लेते रहना । अभी जो हालात है, दिन ब दिन उससे बुरे होंगे । क्या खेती, क्या पशुपालन, क्या स्कूल अस्पताल, क्या पुलिस – बहुत बुरे दिन आने वाले हैं । राजनीति आपको कहीं का न छोड़ेगी । आपकी आत्मा से पूछो – शायद वह इसी तरफ़ इशारा कर रही होगी ? शायद वह तो मेरी बात से सहमत होगी ?

कई बार भिखारियों की तरह आपके आगे हाथ फैलाये हैं मैंने आज तक । आ जाओ मेरे साथ – मेरी तरह का प्लान लेकर अगले कई बरसों तक कोई आपके सामने नहीं आएगा । इतना होमवर्क कौन करेगा ? किसके बस का सौदा है ? ये तमाशबीन लोग इस व्यवस्था को न जानते हैं और न बदलाव करने का उनके पास कोई विचार है । ये तो इसे और बर्बाद करने में लगे हैं । लूट और आराजकता के भागीदार बने हैं ।

अब ज़्यादा इंतज़ार करने का दिल नहीं कर रहा । 23 मार्च 2023 इस परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि है ! परीक्षा का स्थान – जोधपुर । सोच लेना, समझ लेना – जब दिल और आत्मा बदलाव को तड़प जाए, मेरे साथ आ जाना । स्वागत करता मिलूँगा ।

मन माने नहीं, कुतर्क करे, टाले, बहाने करे तो आप देख लेना – मेरी कोई जवाबदारी नहीं है ! अपना काम पूरा ।

हाँ, एक बात और । मेरी तरह और कोई तो ऐसे नागरिकों के संगठन की बात नहीं कर रहा है । क्यों ? क्योंकि किसी और को ऐसा राजस्थान कहाँ बनाना है । राज के भूखे लोगों को भ्रमित भीड़ चाहिए, जो समाज को बाँटने से खड़ी होती है । मुझे भीड़ नहीं चाहिए । एक मैं ही तो कह रहा हूँ – भीड़ नहीं, जागरूक लोगों का संगठन चाहिए ।

बात समझ में न आये तो कमेंट मत करना, मुझे unfollow, unfriend करके अपनी दुनिया में मस्त हो जाना । मैं तो मेरे हिस्से का बहुत सा काम अकेले ही करता आया हूँ और आगे भी चुप नहीं बैठूँगा ।

शुभकामनाओं सहित

इंक़लाब ज़िंदाबाद !

अभिनव अशोक

अभिनव राजस्थान पार्टी

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