संघर्ष समिति और ख़ासकर नरपत भाई ज्यानी, हरीश जी, राजाराम जी, जस्सा राम जी और अनेक लोगों ने अपनी अपनी तरह से सहयोग कर मुहिम को सफल बनाया ।
मैंने इस अवसर पर पाँच बातें कहीं ।
१. जब भी OBC आरक्षण की बात चले तो UR बेनीवाल जी और उनके साथियों को नहीं भूलें, जिन्होंने अपने आपको बर्बाद करने का जश्न मनाकर उस समय की केंद्र और राज्य सरकारों को झुका दिया । अक्सर लोग मूल काम को भूल जाते हैं । जो लोग इस आरक्षण के बूते सरकारी नौकरी में चले गए हैं, या सरपंच प्रधान प्रमुख बने हैं, उनको ऐसे यौद्धाओं को हमेशा याद रखना चाहिए । नाशुक्रे नहीं हों ।
२. कल समाज सेवी स्व. गुल्लाराम जी बेंदा (रतकुड़िया, जोधपुर) का जन्मदिन था । मैंने उनकी याद दिलाई । उन्होंने 1925 में पुष्कर के वार्षिक जलसे से प्रेरित होकर अपने दोस्तों रामदान जी डुकिया (बाड़मेर) , भँवर लाल जी सियाग और मूलचंद जी सियाग (नागौर) आदि के साथ मिलकर सबसे पहले मारवाड़ में किसान बच्चों के लिये हॉस्टल बनाए थे । जोधपुर में अपने घर को ही पहला हॉस्टल बनाया था और उनकी धर्मपत्नी इनके लिए भोजन बनाती थीं । इन हॉस्टलों में जाट, माली, बिश्नोई, कुम्हार, मेघवाल, ब्राह्मण, वैष्णव, आदि सभी क़ौमों के बालक रहते थे और उनको निःशुल्क व्यवस्था थी । आज के जातीय ज़हर के माहौल से एकदम विपरीत ! जोधपुर, मेड़ता, परबतसर, नागौर, बाड़मेर आदि स्थानों के हॉस्टल इन समजसेवियों की देन थे । ऐसे तपस्वियों को याद रखना चाहिए ।
३. पता नहीं क्यों मेरा दिल कल कह रहा था कि यह मुहिम सफल होगी ! मैंने कल पक्का भरोसा दिया । और परिणाम भी पॉजिटिव आया ।
४. व्यवस्थित और अहिंसक आंदोलन ही सफल हुआ करते हैं । हिंसा से मिली सफलता ज्यादा नहीं टिकती ।
५. मैंने सरकारी नौकरियों में जाने वालों को किसान क़ौम को नहीं भूलने का आव्हान किया । जब आरक्षण के लिए किसान क़ौम का सपोर्ट चाहिए तो नौकरी में जाने के बाद क़ौम का ध्यान रखना चाहिए । उनके साथ अन्याय न हो, इसका ध्यान रखें । पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, कांस्टेबल आदि किसानों का सहारा बनें । फसल बीमा योजना में किसान को आर्थिक न्याय दिलायें । उस समय किसान को न भूलें । नौकरी कम्पनी ने नहीं दी है, किसान क़ौम में पैदा होने के कारण मिली है ।
युवाओं के जज्बे जुनून को देखकर दिल खुश हुआ । इस बार भी बाड़मेर ने अगुआई की । एक बार फिर । वर्ष 2000 में भी बाड़मेर और जोधपुर सबसे आगे थे !
शुभकामनाएँ
अभिनव अशोक
अभिनव राजस्थान पार्टी