मंडी चौराहे पर किया जोरदार विरोध प्रदर्शन
निंबाहेड़ा: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार सोमवार को निंबाहेड़ा कांग्रेस के अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ द्वारा आज बस स्टैंड स्थित अंबेडकर सर्कल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित विरोध प्रदर्शन कर अमित शाह का पुतला दहन किया। विरोध प्रदर्शन से पहले सभी कार्यकर्ताओं ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर साहब को माला पहनाकर नमन कर याद किया।
इस दौरान जिला ST प्रकोष्ठ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोहर सिंह मीणा ने आक्रोश जताते हुए कहा कि अमित शाह द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर के खिलाफ की गई टिप्पणी आजकल एक फैशन चल रहा है अंबेडकर, अंबेडकर करना यदि आप इतनी बार भगवान का नाम लेते तो आपको शायद स्वर्ग मिल जाता के लिए उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए थी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शाह द्वारा बाबा साहब के अपमान पर कार्यवाही करते हुए केंद्रीय मंत्री शाह को कैबिनेट से बाहर करना चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहां की कदाचित शाह शायद भूल गए हैं कि अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन नहीं है अंबेडकर भारत के समस्त नागरिकों के आदर्श हैं उनका नाम हर वर्ग एवं धर्म का व्यक्ति सम्मान के साथ लेता है। शाह द्वारा की गई टिप्पणी से यह लगता है कि बीजेपी वालों के मन में अंबेडकर के प्रति कोई सम्मान नहीं है उनके द्वारा सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने की नीयत से बाबा साहब का सम्मान करने का दिखावा किया जाता है।
एस.सी. प्रकोष्ठ ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश आर्य ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने का कुंसित प्रयास कर रही है जो देश की जनता देख रही है। भाजपा ने नीतियों व बाबा साहब के अपमान का विरोध करने पर नेता विपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर इन्होंने अपनी गलत मानसिकता दर्शाई करवाई है जिसे कांग्रेस कार्यकर्ता कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकारें बनी है तब से राज्यों एवं केंद्र में तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है, भाजपा वाले विपक्ष के सांसदों को संसद में नहीं घुसने देकर गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी अंबेडकर साहब के अपमान को लेकर संसद में प्रवेश कर रहे थे तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई, कांग्रेस के 85 वर्षीय राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का मार का नीचे गिरा दिया गया और कांग्रेस के सांसदों पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कराकर देश के प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री आमजन के सामने बेपर्दा हुए हैं। इतिहास में संसद में इस तरह की घटना सत्ता पक्ष द्वारा कभी नहीं की गई जिसकी सभी भारतीय एवं कांग्रेसजन गौर निंदा करते हैं एवं गृहमंत्री को तुरंत इस्तीफा देने की मांग करते हैं।
इस विरोध प्रदर्शन में एस.टी. प्रकोष्ठ ब्लॉक अध्यक्ष उदित मीणा, रवीन्द्र मेघवाल, नायक समाज युवा ज़िला अध्यक्ष ललित नायक, जयसिंह मीणा जिला अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित जाति, जनजाति विकास परिषद चित्तौड़गढ़, पूर्व प्रधान प्रहलाद जटिया, जिला कांग्रेस कमेटी सचिव नुसरत खान, अरनिया जोशी मण्डल कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आजाद बापु जाट, केली मण्डल कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पिंकेश जैन, पूर्व पंचायत समिति सदस्य देवीलाल अहीर, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष जसवंत सिंह आँजना, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिग्वेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रोमील चौधरी, साजन सोनी, एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड, एनएसयूआई ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम अहीर, निवर्तमान छात्र संघ महासचिव अजय सिंह राजपूत,एनएसयूआई नगर अध्यक्ष रोहित जाजू, छात्र नेता भवरसिंह शक्तावत, सूरज मीणा, युवा कांग्रेस जिला महासचिव राजेश अस्तोलिया, जिला सचिव बंशीलाल मीणा, युवा कांग्रेस सोशल मीडिया संयोजक शुभम भीमावत, एनएसयूआई जिला सचिव सोनू अहीर, पार्षद रोमी पोरवाल, पंचायत समिति सदस्य प्रत्याक्षी यशवंत सेन, पूर्व पार्षद मुकेश मेघवाल, शांतिलाल लाडना, शंभुलाल बलाई, कैलाश रैगर, ललित नायक, गोरीलाल रैगर, भोलाराम रैगर, नाथूलाल जटिया, दिलखुश मीणा, मोहनलाल मेघवाल, राजमल रैगर, गोपाल कृष्ण मेघवाल मेलाना, कन्हैयालाल मेघवाल जावदा, ललित मेघवाल जावदा, जीवन मेघवाल मांगरोल, अर्जुन धाकड़, विनोद मेघवाल फलवा, गिरधारी मेघवाल साकरिया, विनोद मेघवाल, लोकेश कोटडी, कन्हैयालाल कोटडी, मनीष मांगरोल, नारायण भील नन्नाना, प्रदीप मेघवाल, नीलेश मेघवाल, उज्ज्वल मीणा, कमलेश मेघवाल, राहुल मेघवाल, मोहित राठौड़, नवरतन प्रजापत, अनीश शारदा, हर्षित सेन, संजय धनगर, विनय साहू, महिपाल सिंह भाटी, कमल लोट, गोपाल हरिजन, मोहन मेघवाल, संग्राम अहीर, रमेश टेलर, समरथ रेगर, विकास धाकड़, हितेश भराडिया, नितेश धाकड़, हेमंत मीणा, अनुराग मीणा, शंकर लाल जटिया सहित कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद थे।